कानपुर-लखनऊ रेल मार्ग पर गंगा नदी के पुराने पुल पर एच-बीम स्लीपर बदलने का कार्य समय से पहले पूरा कर लिया गया है। अब 29 अप्रैल से 42 मेमू, पैसेंजर और नियमित ट्रेनें पुनः अपने पूर्व निर्धारित समय पर संचालित होंगी। मेगा ब्लॉक के चलते बाधित हुई ट्रेनों की सामान्य आवाजाही बहाल होने से कानपुर-लखनऊ रेल मार्ग पर ट्रेनों की गति 160 किमी/घंटा तक बढ़ सकेगी।
रेलवे अफसरों की मेहनत से उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के अंतर्गत गंगा पुल पर एच-बीम स्लीपर डालने का कार्य तेजी से पूरा किया गया। इसके लिए 20 मार्च से 30 अप्रैल तक 45 दिनों के लिए प्रतिदिन नौ घंटे का मेगा ब्लॉक लिया गया था, जिसे बाद में आठ घंटे कर दिया गया। इस दौरान 172 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुईं। कई ट्रेनें पहले ही आंशिक रूप से बहाल कर दी गई थीं।
मीडिया से मिल रही जानकारी के अनुसार 29 अप्रैल से मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ इंटरसिटी-कानपुर सेंट्रल, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-लखनऊ इंटरसिटी, प्रयागराज संगम-अनवरगंज पैसेंजर, रायबरेली-कानपुर सेंट्रल पैसेंजर, सीतापुर सिटी-कानपुर सेंट्रल पैसेंजर, बालामऊ-कानपुर सेंट्रल पैसेंजर, लखनऊ-कासगंज पैसेंजर, कासगंज-लखनऊ पैसेंजर, छपरा-फर्रुखाबाद एक्सप्रेस, फर्रुखाबाद-छपरा एक्सप्रेस सहित अन्य कई ट्रेनें पूर्व निर्धारित समय व ठहराव पर चलेंगी।
इसके अलावा, 30 अप्रैल से लखनऊ-पुणे सुपरफास्ट एक्सप्रेस का संचालन भी सामान्य रूप से शुरू हो जाएगा। मऊ-आनंद विहार टर्मिनल सुपरफास्ट एक्सप्रेस, दरभंगा-आनंद विहार टर्मिनल अमृत भारत एक्सप्रेस, गोरखपुर-बांद्रा टर्मिनस अंत्योदय एक्सप्रेस, बरौनी-नई दिल्ली क्लोन विशेष, प्रयागराज संगम-कानपुर सेंट्रल एक्सप्रेस, ऊंचाहार एक्सप्रेस, सुल्तानपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनल सुपरफास्ट, पुरी-आनंद विहार नीलांचल एक्सप्रेस, अमृतसर-कानपुर सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस समेत अन्य प्रमुख ट्रेनें भी अपने निर्धारित मार्ग और स्टॉपेज पर संचालित होंगी।
रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा से पहले समय सारिणी की पुष्टि कर लें।