वृन्दावन: शनिवार का दिन होने के बावजूद,धर्मनगरी वृंदावन आज एक बार फिर भीषण जाम से कराह उठी। शहर के चारों ओर बैरियर लगाकर वाहनों के प्रवेश को नियंत्रित करने के प्रयासों के बावजूद, सैकड़ों की संख्या में चार पहिया गाड़ियां एक साथ शहर के अंदर प्रवेश कर गईं, जिससे पूरा यातायात तंत्र ध्वस्त हो गया। स्थिति इतनी विकट हो गई कि जिसने जन्माष्टमी जैसी पिछली जाम की घटनाओं की पुनरावृति की आशंका को जन्म दे दिया है।
सुबह से ही, वृंदावन की ओर आने वाले सभी मार्गों पर वाहनों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गईं थीं । हालांकि प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए बैरियर लगाने और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की योजना बनाई थी, लेकिन ये सभी प्रयास असफल साबित हुए।
यह स्थिति स्थानीय निवासियों और दर्शनार्थियों के लिए भारी परेशानी का सबब बन गई है। घंटों तक लोग अपने वाहनों में फंसे रहे, जिससे न केवल समय की बर्बादी हुई बल्कि गर्मी और उमस में लोगों का बुरा हाल हो गया। एम्बुलेंस और आपातकालीन सेवाओं के लिए भी रास्ता बना पाना मुश्किल हो गया था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थिति उन्हें पिछले साल की जन्माष्टमी की याद दिला रही है, जब कुप्रबंधन के कारण वृंदावन में अभूतपूर्व जाम लगा था। उस समय भी लाखों श्रद्धालु घंटों तक फंसे रहे थे और दर्शन से वंचित रह गए थे। इस बार शनिवार होने के कारण भी बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए वृंदावन आए थे, लेकिन उन्हें भी निराशा ही हाथ लगी। वृंदावन के निवासी और व्यापारी वर्ग इस अनियंत्रित भीड़ और जाम से बेहद परेशान हैं।