कानपुर – उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के अंतर्गत आने वाला केस्को (KESCO) इन दिनों अपनी लापरवाही के कारण चर्चा में है। मामला एक उपभोक्ता से जुड़ा है जिसने मार्च 2025 में अपने प्रीपेड बिजली कनेक्शन का रिचार्ज कराया था, लेकिन हैरानी की बात है कि जून 2025 तक वह रिचार्ज सिस्टम में अपडेट नहीं हुआ है।
उपभोक्ता पिछले डेढ़ महीने से लगातार केस्को के विभिन्न कार्यालयों, कस्टमर केयर और हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर चुका है, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं मिला है। इसके अलावा उपभोक्ता ने ऑनलाइन पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई थी, जिसे केस्को द्वारा “सफलतापूर्वक निस्तारित” बताते हुए बंद कर दिया गया, जबकि असलियत में समस्या अब भी जस की तस बनी हुई है।
इस घटना से एक बार फिर केस्को की कार्यप्रणाली और जवाबदेही पर सवाल उठने लगे हैं। प्रीपेड सिस्टम को उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए लागू किया गया था, लेकिन जब तकनीकी गड़बड़ियों पर ध्यान नहीं दिया जाएगा तो इसका फायदा लोगों को कैसे मिलेगा?
स्थानीय उपभोक्ताओं ने मांग की है कि इस तरह की तकनीकी लापरवाहियों पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच की जाए और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी और उपभोक्ता को इस प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।