सलोनी तिवारी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए हालिया सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी साझा की और इसे भारत की आतंकवाद के खिलाफ नई नीति करार दिया। अपने संबोधन में उन्होंने भारतीय सेना, सशस्त्र बलों, खुफिया एजेंसियों और वैज्ञानिकों के पराक्रम को नमन करते हुए उन्हें संपूर्ण राष्ट्र की ओर से सैल्यूट किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद पूरा देश एकजुट हो गया था, और आतंक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग सर्वत्र उठी। इस हमले के जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात को पाकिस्तान में स्थित कई आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक्स और ड्रोन मिसाइल अटैक के माध्यम से हमला किया, जिसमें 100 से अधिक खूंखार आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि यह राष्ट्र की न्याय-प्रतिज्ञा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से बाद में किए गए दुस्साहसी हमलों का भी भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया, और भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने दुश्मन के ड्रोन्स और मिसाइलों को तिनके की तरह ध्वस्त कर दिया।
प्रधानमंत्री ने चेताया कि भारत आतंकवाद और न्यूक्लियर ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब भारत की नीति स्पष्ट है – आतंक और बातचीत साथ नहीं चल सकते, आतंक और व्यापार साथ नहीं चल सकते, और पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकते।
उन्होंने विश्व समुदाय से भी आग्रह किया कि पाकिस्तान को टेरर इंफ्रास्ट्रक्चर को खत्म करना होगा, अन्यथा वह स्वयं को ही नष्ट कर लेगा। अंत में प्रधानमंत्री ने शांति के मार्ग को बलपूर्वक सुरक्षित करने का संकल्प दोहराया और राष्ट्र की एकजुटता, सेना की बहादुरी व जनभावना को नमन किया।
📌 मुख्य बिंदु:
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पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की निर्णायक सैन्य कार्रवाई
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पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले
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100+ आतंकवादियों का खात्मा, सैन्य ठिकानों का विध्वंस
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न्यूक्लियर ब्लैकमेल के विरुद्ध सख्त रुख
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आतंकवाद के खिलाफ ‘न्यू नॉर्मल’ बनी भारत की नीति
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विश्व समुदाय से स्पष्ट अपील: आतंक के विरुद्ध साथ खड़े हों