सलोनी तिवारी: वृंदावन: प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु संत प्रेमानंद महाराज ने गुरुवार की सुबह अपनी पदयात्रा मथुरा के श्री केली कुंज आश्रम से शुरू की। परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच अचानक लोहे की एक ग्रिल गिर गई। हादसे में संत प्रेमानंद महाराज बाल-बाल बच गए।
यह घटना उस समय हुई जब सुबह 4 बजे संत प्रेमानंद महाराज अपनी पदयात्रा पर निकले थे। हजारों श्रद्धालु उनका स्वागत करने और दर्शन पाने के लिए मार्ग के दोनों ओर खड़े थे। परिक्रमा मार्ग में सजावट के लिए लगाई गई लोहे की ग्रिल अचानक गिर गई, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
हालांकि, गनीमत रही कि इस हादसे में किसी भी श्रद्धालु को चोट नहीं आई और सभी सुरक्षित हैं। संत प्रेमानंद महाराज को सुरक्षाकर्मियों की मदद से सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया।
गौरतलब है कि इससे पहले 1 मई को महाराज जी की तबीयत खराब होने के कारण उनकी पदयात्रा स्थगित कर दी गई थी। आश्रम की ओर से जानकारी दी गई थी कि सप्ताह में उन्हें डायलिसिस की आवश्यकता पड़ती है, जिस कारण उनका इलाज आश्रम में ही चल रहा था।
सौभाग्य से इस बार की पदयात्रा में हुए हादसे में कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ और सभी श्रद्धालु सुरक्षित रहे।