सलोनी तिवारी: कानपुर, 1 मई 2025 – अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर श्रम आयुक्त कार्यालय, उत्तर प्रदेश के मुख्य सभागार में एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रमायुक्त उत्तर प्रदेश श्री मार्कंडेय शाही जी ने की, जिन्होंने मजदूर दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्रमिकों के कल्याण हेतु श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
श्री शाही ने बताया कि श्रमिकों के अधिकारों की सुरक्षा और उन्हें अधिकतम लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से चार श्रम संहिताओं में मौजूद कमियों और भिन्नताओं को दूर करते हुए नई नियमावली प्रकाशित की गई है।
गोष्ठी में उपस्थित भारतीय मजदूर संघ के महामंत्री श्री अनिल उपाध्याय एवं श्री सुखदेव मिश्र द्वारा यह मांग की गई कि विश्वकर्मा जयंती (17 सितंबर) को मजदूर दिवस घोषित किया जाए। इस पर श्रमायुक्त श्री शाही ने प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजे जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।
इस अवसर पर सेवायोजक श्री बलराम नरूला ने कहा, “जब उद्योग का विकास होगा तभी श्रमिकों का सशक्तिकरण संभव होगा।”
वहीं, हिंद मजदूर सभा के श्री विद्याकांत तिवारी, एक्टू के श्री एस. ए. एम. जैदी, और श्री राणा प्रताप सिंह ने भी श्रमिक हितों से जुड़े अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम में अपर श्रमायुक्त श्रीमती सौम्या पांडे, उप श्रमायुक्त श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, श्री पंकज सिंह राना, श्री अजय कुमार मिश्रा सहित कार्यालय के समस्त कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन श्री अजय कुमार मिश्रा (उप श्रमायुक्त) द्वारा प्रस्तुत किया गया।